वैज्ञानिकों ने तैयार की स्वदेशी कोविड-19 जांच किट, जानिए इसके बारे में...

वैज्ञानिकों ने तैयार की स्वदेशी कोविड-19 जांच किट, जानिए इसके बारे में...

सेहतराग टीम

केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) से संबद्ध जीसीसी बायोटेक (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी पैदा करने वाले वायरस सार्स-कोव-2 के आरएनए (राइबो न्यूक्लिक एसिड) की जांच करने वाली किट तैयार की है।

पढ़ें- कोरोना वायरस की हर जानकारी और मदद के लिए यहां देखें राज्यवार हेल्पलाइन नंबर

कंपनी के प्रवक्ता एवं अनुसंधान एवं विकास विभाग प्रमुख डॉ अविजीत घोष (अनुसंधान एवं विकास विभाग के प्रमुख) ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किट का नाम डीआईएजीस्योर एन कोव-19 रखा गया है। इस किट को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से मंजूरी भी मिल गई है। यह किट संभवत: देश में कोविड-19 की जांच के लिए सबसे सस्ती किट है। इसकी कीमत 500 रुपये है। इसमें 90 मिनट के दौरान वायरस की जांच करने की क्षमता है। इस किट की गुणवत्ता भी काफी बेहतर है।  

इस किट के विकास से देश में जांच की रफ्तार में तेजी लाने में काफी मदद मिलेगी। यह किट विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र (सीडीसी) की ओर से जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक तैयार की गई है।

डॉ घोष ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी लागू होने के कारण कोविड-19 जांच किटों का आयात करना काफी मुश्किल हो गया है। इसके अलावा विदेशों किटों की जांच रिपोर्ट में भी गड़बड़ी पाई जा रही है। इन सभी को देखते हुए देश में ही जांच किट विकसित करने की जरुरत बढ़ गई थी जिससे कोरोना की जांच में तेजी लाई जा सके।

इस किट को युवा भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने दो महीने के कठोर परिश्रम के बाद तैयार किया है। उन्होंने बताया कि कंपनी की एक महीने में करीब एक करोड़ जांच किट तैयार करने की क्षमता है।

(साभार- नवभारत टाइम्स)

 

इसे भी पढ़ें-

कोरोना पर गुड न्यूज: 24 घंटे में 1 हजार से ज्यादा लोग हुए ठीक, रिकवरी रेट 27.52%

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।